बंडूभाऊ चौरागडे,संवाददाता,खापरखेड़ा
महाजेनको प्रशासन तथा अधिकारियों की अनदेखी लापरवाही की वजह से बिजली केंद्र की सुरक्षा इन दिनों राम भरोसे दिखाई दे नहीं है,बिजली केंद्र में बिना गेट पास के वाहन चालक अपनी जान हथेली पर रखकर अधिकारियों के वाहन चला रहे हैं,खापरखेड़ा में बड़े पैमाने पर दो बिजली केंद्र स्थापित हैं,210 मेगावॉट के 4 यूनिट और 500 मेगावॉट का एक यूनिट हैं, रोजाना 1340 मेगावॉट बिजली का उत्पादन होता है, बिजली केंद्र में हजारों की संख्या में अधिकारी,अभियंता, कर्मचारी काम करते हैं, आपको बता दें कि, बिजली केंद्र में कार्यरत मुख्य अभियंता,उप मुख्य अभियंता, अधीक्षक अभियंता, यह सभी अधिकारी,अभियंताओ
को मुख्यालय से सौदामिनी कार्यालय तथा पॉवर प्लांट में आने जाने के लिए महाजेनको प्रशासन द्वारा लाखों, करोड़ों रुपए खर्च कर टैक्सी वाहन की व्यवस्था की गई है, टैक्सी वाहन उपलब्ध कराने का यह काम एक निजी एजेंसी को दिया गया है, लेकिन वाहन चालकों के पास गेट पास नही है, बिना गेट पास के पिछले कई वर्षों से वाहन चालक अपनी जान हथेली पर रखकर अधिकारियों के वाहन चला रहे हैं, लेकिन महाजेंको प्रशासन तथा अधिकारियों द्वारा कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं, सवाल यह उठता है कि,बिना गेट पास के वाहन चालक बिजली केंद्र में किस आधार पर अधिकारियों के वाहन चला रहे हैं, इस बात को लेकर बिजली केंद्र के सुरक्षा अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहें हैं, इस ओर संबधित शासन व प्रशासन को गंभीरता के साथ ध्यान देने की जरूरत है, इस बारे में प्रतिक्रिया जानने के लिए बिजली केंद्र के प्रभारी उप मुख्य अभियंता प्रवीण रोकड़े तथा महानिर्मिती कंपनी के जन संपर्क अधिकारी यशवंत मोहिते के फोन पर संपर्क किया गया था, फोन पर रिंग जा रही थी, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिसाद नही दिया,अब यह देखना है कि, महाजेनको प्रशासन तथा अधिकारियों द्वारा आगे क्या कार्रवाई की जाती है इस पर आम जनता की नजरे लगी हुई है,

